परिचय
जिल्ला प्रशासन कार्यालय चितवनका अनुसार करिब छ दशक अघिसम्म औँलोको घरको रुपमा चिनिने चितवन जिल्ला मानव बसोबासको लागि प्राथमिकतामा परेको थिएन । चितवन जिल्लाको नामाकरण सम्वन्धमा ३ वटा जनविश्वास रहि आएका छन । १) चित्रसेनको नामवाट यस स्थानको नाम चितवन भएको कुरा चितवन जिल्लाका आदिवासी भनिने थारु जातिका जानकार हरु बताउछँन् । चित्रसेन नामक राजावाट चित्रसारी हुँदै अन्त्यमा चितवन नाम रह्यो भन्ने जनिवश्वास रहि आएको छ । २) पहिले चितवनमा धेरै चितुवा पाइन्थे भनिन्छ अनि चितवनमा चार कोसे झाडी(वन) पनि थियो रे जसले गर्दा चितुवा वन भन्न थालियो जुन अपभ्रंस भएर चितवन हुनपुगेको जनिवश्वास रहि आएको छ । ३) त्रेता युगमा देवी सीताको वनवास यही भएको मानिन्छ । सीताको वास भएको वन भनरे “सीतावन” भनिने गरेको हुनाले कालान्तरमा आएर सीतावनवाट चितवन हुन गएको विश्वास गरिन्छ ।
त्यस्तै वाल्मीकि आश्रम यही रहनु र सीताप्रवासका लक्ष्यण पनि यहीनै देखिएकाले र भाषाविज्ञानको दृष्टीमा “सीतावन” नै शास्त्र सन्निकट रहेको मानिएकाले उक्त तकर्मा सत्यता भएको विश्वास गरिएको छ । चितवन विभिन्न जातजाती, भाषाभाषी र संस्कृतीको विविधतामा एकता भएको जिल्लाको रुपमा चिनिन्छ । यहाँ । एकातिरको मैदानी भागमा बर्षौँदेखि बसोवास गर्दै आएका आदिवासी थारु जाति छन् भने अर्कोतिर पहाडी क्षेत्रमा अर्को आदिवासी चेपाङ जाती रहेका छन् । यिनै विविधताको कारणले गर्दानै आन्तरिक एवम् बाह्य पर्यटनको हिसाबले समेत यस जिल्ला अग्रणी स्थानमा रहेको छ । सौराहा, मेघौली, टाइगरटप्, चितवन राष्ट्रिय निकुञ्ज, नारायणी, त्रिशुलीमा गरिने जलविहार बाह्य पर्यटनका आकर्षणको रुपमा रहेका छन् भने देवघाट, त्रिवेणी, वाल्मीकि आश्रम, गोद्धाक, विक्रमबाबा, वागेश्वरी, चित्रसारी, जस्ता धार्मिक स्थलहरु धार्मिक एवम् आन्तरिक पर्यटनको केन्द्रहरु बन्दै आएका छन् । त्यस्तै चितवन जिल्ला नेपालको राजधानी काठमाण्डौसंग जोड्ने निकटतम राजमार्ग र पूर्व पश्चिम राजमार्गको संगमस्थलको रुपमा रहेको छ । जसबाट कृषि, व्यापार, उद्योग, पर्यटन लगायका क्षेत्रमा समेत चितवनले प्रशिद्ध कमाएको छ ।

भौगोलिक अवस्थिति
नेपालको मध्य भागमा अबस्थित चितवन जिल्ला लगभग समकोण त्रिभजुको आकारमा रहको छ । पुर्व तथा दक्षिण तर्फ फराकिलो र पश्चिम तथा उत्तरतर्फ सागुरिएको चितवन जिल्ला नारायणी नदीको पूर्वी भागमा भित्री मधेश र राप्ति उपत्यकाको नामले समते परिचित छ । २२३८.३९ बर्ग कि.मि. क्षेत्रफलमा फैलिएको यस जिल्ला विश्व मानचित्रमा २७०२१’४५” उत्तरी अक्षांश देखि २७०५२’३०” उत्तरी अक्षांशसम्म र ८३०५४’४५” पुर्वी देशान्तर देखि ८४०४८’ ५” पुर्वी देशान्तरसम्ममा अबस्थित छ । समुद्रि सतहवाट १४४ मिटर देखि १९४७ मिटरको उचाईमा रहेको यस जिल्ला तराईको भावर प्रदेश देखि महाभारत पर्वत सम्म फैलिएको छ ।

यस जिल्लाको पुर्व तर्फ मकवानपुर र पर्सा, पश्चिम तर्फ नवलपरासी र तनहूँ, उत्तर तर्फ गोर्खा र धादिङ्ग जिल्लाहरु पर्दछन् भने दक्षिण तर्फ भारतको उत्तर प्रदेश र विहार राज्य पदर्छ । यो जिल्लाको उत्तरी विन्दु इच्छाकामना गाउपाँलिकाको कुरिनटार, दक्षिणविन्दु माडी न.पा. को वाँदरझुला, पूर्वी विन्दु राप्ती नगरपालिका (साविक लोथर गा.वि.स.)को चौरस डाँडा र पश्चिमी विन्दु चितवन राष्ट्रिय निकुञ्जको नारायणी नदीको किनारी भागहरु पदर्छन् । जिल्लाको पूर्व पश्चिम लम्वाई वढीमा ८८ कि.मि रहेको छ भने उत्तर दक्षिण चौडाई वढिमा ५० कि.मि र कम्तिमा २ कि.मि. रहेको छ ।

चितवन जिल्लामा रहेका ऐतिहासिक, धार्मिक तथा पर्यटकीय स्थलहरु
देवघाट, बागेश्वरी, गणेशस्थान, शिवघाट, त्रिवेणी, गोद्धक, पाण्डवनगर, सोमेश्वर कालिका, बिक्रमबाबा, चित्रसारी, जुट्पानी कालिका, उपरदाङगढी, चितवन राष्ट्रिय निकुञ्ज, सौराह, कुरिनटार, पुराने गढी, सोमेश्वर गढी, कविलासपुर गढी, सिराईचुली आदि ।

चितवन जिल्लामा रहेका ताल तथा कुण्डहरु
बीसहजारी ताल, सत्रहजार ताल, सत्ताइसहजार ताल, अठ्ठाइस हजार ताल, नन्दभाउजु ताल, तमोरघैला ताल, कसरा ताल, मन्जुरा ताल, अन्जुरा ताल, गडुवा ताल, मुण्डा ताल, देवी ताल, बैकुण्ठ ताल, अन्जना ताल, परशुराम कुण्ड आदि ।
निर्वाचन क्षेत्रको विभाजन
प्रतिनिधिसभा सदस्यकोलागि निर्धारित क्षेत्र संख्या ३ रहेको छ भने प्रदेशसभा सदस्यकोलागि निर्धारित क्षेत्र संख्या ६ रहेको छ।
स्थानियतहको विभाजन
संघिय संरचना अनुसार चितवन जिल्लाको स्थानियतहको विभाजन साविकका उपमहानगर, नगरपालीका र गा.वि.स. का वडाहरूलाइ समेटेर १ वटा महानगरपालिका, ५ वटा नगरपालीका र १ वटा गाउँपालिकामा विभाजन गरिएको छ । जसलाइ निम्नानुसार उल्लेख गरिएकाे छ ।
१. नामः भरतपुर महानगरपालिका
केन्द्रः साविक भरतपुर उपमहा
जनसङ्ख्याः २८०५०२
क्षेत्रफलः ४३२.९५ (वर्ग कि.मि.)
वडा संख्याः २९
वडा नं. |
समावेश भएका साविक गा.वि.स./न.पा.हरू |
साविक वडा नं. |
क्षेत्रफल |
जनसङ्ख्या |
१ |
भरतपुर |
१,३ |
|
|
२ |
भरतपुर |
२ |
|
|
३ |
भरतपुर |
४ |
|
|
४ |
भरतपुर |
५,६ |
|
|
५ |
भरतपुर |
१३,१४ |
|
|
६ |
भरतपुर |
२१,२२ |
|
|
७ |
भरतपुर |
७ |
|
|
८ |
भरतपुर |
८ |
|
|
९ |
भरतपुर |
९ |
|
|
१० |
भरतपुर |
१० |
|
|
११ |
भरतपुर |
११ |
|
|
१२ |
भरतपुर |
१२ |
|
|
१३ |
भरतपुर |
२०,२८ |
|
|
१४ |
भरतपुर |
२४,२५,२९ |
|
|
१५ |
भरतपुर |
१५,१९,२३ |
|
|
१६ |
भरतपुर |
१६-१८ |
|
|
१७ |
चित्रवन |
१,२,११ |
|
|
१८ |
चित्रवन |
७,९,१० |
|
|
१९ |
चित्रवन |
३,४,६ |
|
|
२० |
चित्रवन |
५,८ |
|
|
२१ |
नारायणी |
७-९ |
|
|
२२ |
भरतपुर |
२६,२७ |
|
|
२३ |
नारायणी |
१०,११ |
|
|
२४ |
नारायणी |
१२ |
|
|
२५ |
नारायणी |
४-६ |
|
|
२६ |
चित्रवन |
१२-१४ |
|
|
२७ |
नारायणी |
२,३ |
|
|
२८ |
नारायणी |
१ |
|
|
२९ |
कविलास |
१-९ |
|
|
२. नामः कालिका नगरपालिका
केन्द्रः साविक कालिका नगरपालि
जनसङ्ख्याः ४१४४२
क्षेत्रफलः१४९.०८ (वर्ग कि.मि.)
वडा संख्याः ११
वडा नं. |
समावेश भएका साविक गा.वि.स./न.पा.हरू |
साविक वडा नं. |
क्षेत्रफल |
जनसङ्ख्या |
१ |
कालिका |
८ |
|
|
२ |
कालिका |
९ |
|
|
३ |
कालिका |
११ |
|
|
४ |
कालिका |
१० |
|
|
५ |
कालिका |
१२ |
|
|
६ |
कालिका |
६,७ |
|
|
७ |
कालिका |
५ |
|
|
८ |
कालिका |
३,४ |
|
|
९ |
कालिका |
१,२ |
|
|
१० |
सिध्दि |
२,७-९ |
|
|
११ |
सिध्दि |
१,३-६ |
|
३. नामः खैरहनी नगरपालिका
केन्द्रः साविक खैरहनी नगरपालि
जनसङ्ख्याः ५६०९४
क्षेत्रफलः ८५.५५ (वर्ग कि.मि.)
वडा संख्याः १३
वडा नं. |
समावेश भएका साविक गा.वि.स./न.पा.हरू |
साविक वडा नं. |
क्षेत्रफल |
जनसङ्ख्या |
१ |
खैरहनी |
१ |
|
|
२ |
खैरहनी |
२ |
|
|
३ |
खैरहनी |
३ |
|
|
४ |
खैरहनी |
४ |
|
|
५ |
खैरहनी |
५ |
|
|
६ |
खैरहनी |
६ |
|
|
७ |
खैरहनी |
७ |
|
|
८ |
खैरहनी |
८ |
|
|
९ |
खैरहनी |
९ |
|
|
१० |
खैरहनी |
१४,१५ |
|
|
११ |
खैरहनी |
१६ |
|
|
१२ |
खैरहनी |
१०,११ |
|
|
१३ |
खैरहनी |
१२,१३ |
|
४. नामः माडी नगरपालिका
केन्द्रः साविक माडी नगरपालिका
जनसङ्ख्याः ३७६८३
क्षेत्रफलः २१८.२४ (वर्ग कि.मि.)
वडा संख्याः ९
वडा नं. |
समावेश भएका साविक गा.वि.स./न.पा.हरू |
साविक वडा नं. |
क्षेत्रफल |
जनसङ्ख्या |
१ |
माडी |
१,३ |
|
|
२ |
माडी |
२ |
|
|
३ |
माडी |
५ |
|
|
४ |
माडी |
४ |
|
|
५ |
माडी |
६ |
|
|
६ |
माडी |
८९ |
|
|
७ |
माडी |
७,१० |
|
|
८ |
माडी |
११ |
|
|
९ |
माडी |
१२ |
|
५. नामः रत्ननगर नगरपालिका
केन्द्रः साविक रत्ननगर नगरपालि
जनसङ्ख्याः ६९८४८
क्षेत्रफलः ६८.६८ (वर्ग कि.मि.)
वडा संख्याः १६
वडा नं. |
समावेश भएका साविक गा.वि.स./न.पा.हरू |
साविक वडा नं. |
क्षेत्रफल |
जनसङ्ख्या |
१ |
रत्ननगर |
१ |
|
|
२ |
रत्ननगर |
२ |
|
|
३ |
रत्ननगर |
३ |
|
|
४ |
रत्ननगर |
४ |
|
|
५ |
रत्ननगर |
१९ |
|
|
६ |
रत्ननगर |
१८ |
|
|
७ |
रत्ननगर |
१७ |
|
|
८ |
रत्ननगर |
५ |
|
|
९ |
रत्ननगर |
६,७ |
|
|
१० |
रत्ननगर |
८ |
|
|
११ |
रत्ननगर |
१० |
|
|
१२ |
रत्ननगर |
९,११ |
|
|
१३ |
रत्ननगर |
१२,१३ |
|
|
१४ |
रत्ननगर |
१४ |
|
|
१५ |
रत्ननगर |
१५ |
|
|
१६ |
रत्ननगर |
१६ |
|
६. नामः राप्ती नगरपालिका
केन्द्रः साविक राप्ती नगरपालि
जनसङ्ख्याः ५७१०७
क्षेत्रफलः २१२.३१ (वर्ग कि.मि.)
वडा संख्याः १३
वडा नं. |
समावेश भएका साविक गा.वि.स./न.पा.हरू |
साविक वडा नं. |
क्षेत्रफल |
जनसङ्ख्या |
१ |
राप्ती |
१,२ |
|
|
२ |
राप्ती |
३ |
|
|
३ |
राप्ती |
४ |
|
|
४ |
राप्ती |
८ |
|
|
५ |
राप्ती |
५ |
|
|
६ |
राप्ती |
६,७ |
|
|
७ |
राप्ती |
९ |
|
|
८ |
राप्ती |
१०,११ |
|
|
९ |
राप्ती |
१२ |
|
|
१० |
कोराक |
५,८,९ |
|
|
११ |
कोराक |
१,३,७ |
|
|
१२ |
कोराक |
२,४,६ |
|
|
लोथर |
१-३ |
|
||
१३ |
लोथर |
४-९ |
|
७. नामः इच्छाकामना गाउँपालि
केन्द्रः साविक दारेचोक गा.वि.स. कार्यालय रहेको स्थान कुरिनटार
जनसङ्ख्याः २५०१२
क्षेत्रफलः १६६.७३ (वर्ग कि.मि.)
वडा संख्याः ७
वडा नं. |
समावेश भएका साविक गा.वि.स./न.पा.हरू |
साविक वडा नं. |
क्षेत्रफल |
जनसङ्ख्या |
१ |
काउले |
१-४ |
|
|
२ |
चण्डीभञ्ज्याङ्ग |
१-४ |
|
|
काउले |
५-९ |
|
||
३ |
दारेचोक |
१,२,५-९ |
|
|
४ |
दारेचोक |
३ |
|
|
५ |
चण्डीभञ्ज्याङ्ग |
५ |
|
|
दारेचोक |
४ |
|
||
६ |
चण्डीभञ्ज्याङ्ग |
६-९ |
|
|
दाहाखानी |
५,६ |
|
||
७ |
दाहाखानी |
१-४,७-९ |
|
श्रोतः सङ्घीय मामिला तथा सामान्य प्रशासन मन्त्रालय, जिल्ला प्रशासन कार्यालय चितवन र जिल्ला समन्वय समिति चितवन । यस लेखमा कुनै प्रकारको त्रुटि फेला पार्नु भएमा कृपया सुझाव तथा सल्लाह दिनुहोला । सुझाव तथा सल्लाहको लागी कमेन्ट बक्स अथवा chinari2020@gmail.com मा समर्पक गर्न सक्नुहुनेछ । चितवन जिल्लाको कुनै पनि स्थान विशेषको लेख प्रकाशन गर्न चाहानु भएमा पनि समर्पक गर्न सक्नुहुनेछ ।