परिचय
कर्णाली प्रदेश अन्तरगत पर्ने १० जिल्लाहरु मध्ये जुम्ला एक दुर्गम हिमाली जिल्ला हो । परापूर्व कालदेखि यस जिल्लाको सदरमुकाममा रहेको स्वामी दत्तात्रेय मूर्तिलाई डस्न/टोक्न दुईवटा अजिंगर (नाग) आउँदा भेट्टाउन नपाउँदै स्वामी दत्तात्रेयको शक्तिले ती दुवै नाग एकैचोटी भष्म भए। यसरी भष्म भएका ती नागहरू पछि जुम्ल्याहा पहाडको रूपमा देखिएकाले जुम्ल्याहा शब्दको अपभ्रंश हुँदै यस जिल्लाको नाम जुम्ला रहन गएको हो भन्ने जनश्रुती छ।भौगोलिक रुपमा विकट र दुर्गम भए तापनि इतिहाँसमा जुम्ला जिल्लाको माहत्त्वपुर्ण पहिचान रहेको छ । नेपाल अधिराज्यको एकिकरण हुनु पूर्व वाइसी राज्यहरुको मुख्य केन्द्रको रुपमा रहेको जुम्ला नेपाली भाषा र सस्कृतिको उदगम स्थल पनि मानिन्छ । मध्यकालिन युगमा जुम्ला एक समृद्ध एवं शक्तिशाली राज्यको रुपमा रहेको तथ्य इतिहास अध्ययनबाट प्रष्ट हुन्छ ।

जुम्ला जिल्लाको सदरमुकाम रहेको खलंगामा सबभन्दा पहिले प्राचिनकालमा भारतबाट आएको चन्दननाथ बाबा सहित दुईजना ब्रम्हाचारीहरुले वस्ती बसाई कृषि र शिक्षाको प्रचार प्रसार गरेका थिए भन्ने लोकोक्ति रहेको पाइन्छ । उत्तर र पूर्वबाट दुईवटा नागरुपी जुम्लाहा डाँडा, तिला र जवा दुई जुम्लाहा नादीको संगम भएकोले यस जिल्लाको नाम जुम्ला रहन गएको किम्वदन्ती छ । यातायात, संचार र आधुनिकिकरणको दृष्टिकोणले विकट र दुर्गम भए तापनि अति सुन्दर चम्किलो हिमाली चुचुराहरु, तालहरु र मनमोहक अनगिन्ती प्राकृतिक नदिहरुले सिंगारिएको जुम्ला प्राकृतिक सम्पदा र संस्कृतिको धनी जिल्ला मान्न सकिन्छ ।

जुम्ला जिल्लाको भौगोलिक अवस्था
- अक्षांशः २८°५८’ देखि २९°३०’ उत्तरी अक्षांश
- देशान्तरः ८१°१८’ देखि ८२°१८’ पूर्वी देशान्तर
- क्षेत्रफलः २५३१ वर्ग कि.मी.
- सीमानाः पूर्व डोल्पा, पश्चिम कालिकोट, उत्तर मुगु र दक्षिण जाजरकोट
- भौगोलिक विभाजनः हिमाल, पहाड र पहाडी तथा हिमाली उपत्यकाहरू
जुम्ला जिल्लामा रहेका प्रमुख नदी र ताल तलैयाहरू
तिला, हिमा, जुवा नदीहरू हुन् भने विष्णु ताल, हुड्के ताल, जोगीनी ताल, शङ्ख दह, ठाकुरज्यू दह, गिडी दह आदि प्रमुख ताल र दहहरू हुन्।

जुम्ला जिल्लामा रहेका प्रमुख धार्मिक तथा पर्यटकीय स्थलहरू
श्री चन्दननाथ मन्दिर, श्री भैरवनाथ मन्दिर, श्री दरवार मन्दिर, श्री कनकासुन्दरी मन्दिर, श्री चिमरामालिका भगवती मन्दिर, श्री शिव मन्दिर, श्री ठाकुरज्यू मन्दिर, भण्डार वन, सिस्ने हिमाल, पातारासी हिमाल, रारा राष्ट्रिय निकुञ्ज खण्ड, सिंजाक्षेत्र, तातोपानी, गोठिचौर, बागबानि स्याउ तथा तरकारी फारम् , कणालि प्राबिधिक, हुड्के दह र पाण्डव गुफा यस जिल्लामा देखिएका धार्मिक ऐतिहासिक तथा पर्यटकीय स्थलहरू हुन्।

जुम्ला जिल्लाको निर्वाचन क्षेत्रको विभाजन
प्रतिनिधिसभा सदस्यकोलागि निर्धारित क्षेत्र संख्या १ रहेको छ भने प्रदेशसभा सदस्यकोलागि निर्धारित क्षेत्र संख्या २ रहेको छ।
जुम्ला जिल्लाको स्थानियतहको विभाजन
संघिय संरचना अनुसार जुम्ला जिल्लाको स्थानियतहको विभाजन साविकका नगर र गा.वि.स. का वडाहरूलाइ समेटेर १ नगरपालिका र ७ वटा गाउँपालिकामा विभाजन गरिएको छ । जसलाइ निम्नानुसार उल्लेख गरिएकाे छ ।
१. नामः चन्दननाथ नगरपालि
केन्द्रः साविक चन्दननाथ गा.वि.
जनसङ्ख्याः १९०४७
क्षेत्रफलः१०२.०३ (वर्ग कि.मि.)
वडा संख्याः १०
वडा नं. |
समावेश भएका साविक गा.वि.स./न.पा.हरू |
साविक वडा नं. |
क्षेत्रफल |
जनसङ्ख्या |
१ |
चन्दननाथ |
१,२ |
|
|
२ |
चन्दननाथ |
३ |
|
|
३ |
चन्दननाथ |
४ |
|
|
४ |
चन्दननाथ |
५ |
|
|
५ |
चन्दननाथ |
६ |
|
|
६ |
चन्दननाथ |
७ |
|
|
७ |
चन्दननाथ |
८,९ |
|
|
८ |
चन्दननाथ |
१०,११ |
|
|
९ |
चन्दननाथ |
१२,१३ |
|
|
१० |
चन्दननाथ |
१४,१५ |
|
|
२. नामः कनकासुन्दरी गाउँ
केन्द्रः साविक विराट गा.वि.स.को कार्यालय
जनसङ्ख्याः१२९.७७
क्षेत्रफलः २२५.३९ (वर्ग कि.मि.)
वडा संख्याः ८
वडा नं. |
समावेश भएका साविक गा.वि.स./न.पा.हरू |
साविक वडा नं. |
क्षेत्रफल |
जनसङ्ख्या |
१ |
बुम्रमाडचौर |
१-९ |
|
|
२ |
मालिकावोता |
१-९ |
|
|
३ |
कनकासुन्दरी |
१-४ |
|
|
बिराट |
१,२ |
|
||
४ |
कनकासुन्दरी |
५-९ |
|
|
५ |
बिराट |
३,४,८,९ |
|
|
६ |
बिराट |
५-७ |
|
|
७ |
पाण्डवगुफा |
१-४ |
|
|
८ |
पाण्डवगुफा |
५-९ |
|
३. नामः सिंजा गाउँपालिका
केन्द्रः साविक नराकोट गा.वि.स.
जनसङ्ख्याः १२३९५
क्षेत्रफलः १५३.२९ (वर्ग कि.मि.)
वडा संख्याः ६
वडा नं. |
समावेश भएका साविक गा.वि.स./न.पा.हरू |
साविक वडा नं. |
क्षेत्रफल |
जनसङ्ख्या |
१ |
धापा |
१-५ |
|
|
२ |
धापा |
६-९ |
|
|
३ |
शनिगाउँ |
१ |
|
|
नराकोट |
१-४,७ |
|
||
४ |
नराकोट |
५,६,८,९ |
|
|
५ |
शनिगाउँ |
२-५ |
|
|
६ |
शनिगाउँ |
६-९ |
|
४. नामः हिमा गाउँपालिका
केन्द्रः साविक कालिकाखेतु गा.वि.स.को कार्यालय
जनसङ्ख्याः १०९६१
क्षेत्रफलः १३२.३२ (वर्ग कि.मि.)
वडा संख्याः ७
वडा नं. |
समावेश भएका साविक गा.वि.स./न.पा.हरू |
साविक वडा नं. |
क्षेत्रफल |
जनसङ्ख्या |
१ |
बड्की |
१२९ |
|
|
२ |
बड्की |
६८ |
|
|
३ |
बड्की |
३५ |
|
|
४ |
कालिकाखेतु |
१४ |
|
|
५ |
कालिकाखेतु |
५९ |
|
|
६ |
महावैपाथरखोला |
१५ |
|
|
७ |
महावैपाथरखोला |
६९ |
|
५. नामः तिला गाउँपालिका
केन्द्रः साविक रारालिही गा.वि.
जनसङ्ख्याः १३६०७
क्षेत्रफलः १७५.४९ (वर्ग कि.मि.)
वडा संख्याः ९
वडा नं. |
समावेश भएका साविक गा.वि.स./न.पा.हरू |
साविक वडा नं. |
क्षेत्रफल |
जनसङ्ख्या |
१ |
रारालिही |
१-४ |
|
|
२ |
रारालिही |
५-९ |
|
|
३ |
कुँडारी |
१-३ |
|
|
४ |
कुँडारी |
४-७ |
|
|
५ |
कुँडारी |
८,९ |
|
|
६ |
घोडेमहादेव |
१-५ |
|
|
७ |
घोडेमहादेव |
६-९ |
|
|
८ |
मालिकाठाँटा |
१-३ |
|
|
९ |
मालिकाठाँटा |
४-९ |
|
६. नामः गुठीचौर गाउँपालि
केन्द्रः साविक नर्कु गा.वि.स.को कार्यालय
जनसङ्ख्याः ९८७०
क्षेत्रफलः ४२७ (वर्ग कि.मि.)
वडा संख्याः ५
वडा नं. |
समावेश भएका साविक गा.वि.स./न.पा.हरू |
साविक वडा नं. |
क्षेत्रफल |
जनसङ्ख्या |
१ |
गुठीचौर |
१-५ |
|
|
२ |
गुठीचौर |
६-९ |
|
|
३ |
गर्ज्याङकोट |
१-३ |
|
|
४ |
गर्ज्याङकोट |
४-९ |
|
|
५ |
देपालगाउँ |
१-९ |
|
७. नामः तातोपानी गाउँपा
केन्द्रः साविक तातोपानी गा.वि.
जनसङ्ख्याः १४६३८
क्षेत्रफलः ५२५.५६ (वर्ग कि.मि.)
वडा संख्याः ८
वडा नं. |
समावेश भएका साविक गा.वि.स./न.पा.हरू |
साविक वडा नं. |
क्षेत्रफल |
जनसङ्ख्या |
१ |
तातोपानी |
१-३ |
|
|
२ |
तातोपानी |
४-६ |
|
|
३ |
तातोपानी |
७-९ |
|
|
४ |
हाँकु |
१-९ |
|
|
५ |
लाम्रा |
१-५ |
|
|
६ |
लाम्रा |
६-९ |
|
|
७ |
ताम्ती |
१-५ |
|
|
८ |
ताम्ती |
६-९ |
|
८. नामः पतारासी गाउँपालि
केन्द्रः साविक छार्का गा.वि.स.
जनसङ्ख्याः १४५७१
क्षेत्रफलः ८१४.०७ (वर्ग कि.मि.)
वडा संख्याः ७
वडा नं. |
समावेश भएका साविक गा.वि.स./न.पा.हरू |
साविक वडा नं. |
क्षेत्रफल |
जनसङ्ख्या |
१ |
पातारासी |
६-९ |
|
|
२ |
पातारसी |
१-५ |
|
|
३ |
छुमचौर |
१-९ |
|
|
४ |
डिल्लीचौर |
५-९ |
|
|
५ |
डिल्लीचौर |
१-४ |
|
|
६ |
पटमारा |
३,७-९ |
|
|
७ |
पटमारा |
१,२,४-६ |
|
श्रोतः सङ्घीय मामिला तथा सामान्य प्रशासन मन्त्रालय, जिल्ला समन्वय समिति जुम्ला र जिल्ला प्रशासन कार्यालय जुम्ला। तस्विरः सामाजिक संजाल । यस लेखमा कुनै प्रकारको त्रुटि फेला पार्नु भएमा कृपया सुझाव तथा सल्लाह दिनुहोला । सुझाव तथा सल्लाहको लागी कमेन्ट बक्स अथवा chinari2020@gmail.com मा समर्पक गर्न सक्नुहुनेछ । जुम्ला जिल्लाको कुनै पनि स्थान विशेषको लेख प्रकाशन गर्न चाहानु भएमा पनि सम्पर्क गर्न सक्नुहुनेछ ।